जीरकपुर नगर निगम का ईओ गिरफ्तार, प्रॉपर्टी डीलरों में खुशी की लहर
- By Vinod --
- Wednesday, 12 Oct, 2022

EO of Zirakpur Municipal Corporation arrested, wave of happiness among property dealers
आय से अधिक जायदाद बनाने में दोषी ईओ गिरीश वर्मा को विजीलेंस ब्यूरो ने किया गिरफ्तार
ब्यूरो ने गिरिश वर्मा और परिवार द्वारा खरीदी जायदादों की सूची का किया खुलासा
चंडीगढ़। राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने नगर कौंसिल, ज़ीरकपुर (एसएएस नगर) में पहले तैनात रहे कार्यकारी अधिकारी ( ई.ओ) गिरीश वर्मा के विरुद्ध अपने सरकारी पद का दुरुपयोग करके आमदनी के स्रोतों से अधिक जायदाद बनाने के दोष में केस दर्ज किया है। मौजूदा समय में गिरीश वर्मा ई.ओ भिहीविंड, अमृतसर में तैनात हैं जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और कल अदालत में पेश किया जायेगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान ब्यूरो को वर्मा की 10 अलग-अलग जायदादों का पता लगा है। इन्हें ई.ओ द्वारा अपने नाम के अलावा अपनी पत्नी संगीता वर्मा और पुत्र विकास वर्मा के नाम पर खरीदा गया है। इसके अलावा उसने अपने पुत्र के नाम पर दो प्रॉपर्टी डिवेल्पर फर्मों में 1 करोड़ 32 लाख रुपए का निवेश भी किया हुआ था।
उन्होंने कहा कि विजीलैंस ब्यूरो उन अन्य व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी जिन्होंने गिरिश वर्मा के पारिवारिक सदस्यों के खातों में बड़ी रकमें ट्रांसफर की थी। प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो द्वारा अगली जांच के दौरान दोषी द्वारा एकत्रित की और गुप्त चल/अचल जायदाद समेत उच्च सरकारी अधिकारियों और कारोबारियों के साथ उसके संबंधों का पता लगाया जायेगा, जिससे दोषी द्वारा उसकी तैनाती के दौरान अलग-अलग स्थानों पर किये निवेशों की जांच की जा सके।
विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो ने उपरोक्त मुलजिम की चल और अचल जायदादों की जांच के लिए तारीख़ 1 अप्रैल 2008 से 31 मार्च2021 तक चैक पीरियड निर्धारित किया और तफ्तीश के दौरान यह सामने आया है कि इस अधिकारी ने उक्त समय के दौरान अपनी आमदन के सभी स्रोतों से 7,95,76,097 रुपए प्राप्त किये और इस समय के दौरान उसने 15,11,15,448 रुपए ख़र्च किये। इस तरह यह पाया गया कि उसने 7,15,39,352 रुपए से अधिक ख़र्च किये, जो कि इसकी आमदन का 89.90 प्रतिशत बनता है और यह धन उसने भ्रष्टाचार से इकठ्ठा किया था। इस पड़ताल के आधार पर विजीलैंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 13 (1) (बी), 13 (2) के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो के थाना एस.ए.एस. नगर में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि संदिग्ध द्वारा बनाई गई नामी/ बेनामी जायदादों और निवेश किये धन का विवरण नीचे लिखे अनसुार है।
संदिग्ध अधिकारी द्वारा एक शोरूम नंबर 136, सैक्टर 14, अर्बन एस्टेट पंचकूला में खरीदा हुआ है। कोठी नंबर 432, सैक्टर 12, अर्बन एस्टेट पंचकूला में खऱीदी हुई है। संदिग्ध द्वारा अपनी पत्नी श्रीमति संगीता वर्मा के नाम पर प्लॉट नंबर 21, डब्ल्यू.डब्ल्यू.आर.डब्ल्यू. सोसायटी, ब्लॉक-बी, गाँव कांसल में खरीदने के लिए बयाना किया हुआ है। संदिग्ध द्वारा अपनी पत्नी संगीता वर्मा के नाम पर और व्यक्तियों के साथ मिलकर मकान नंबर बी- 4, 2047/1, चौड़ा बाज़ार लुधियाना में खरीदा हुआ है। संदिग्ध द्वारा अपनी पत्नी संगीता वर्मा के नाम पर एक कमर्शियल प्लॉट नंबर 14, क्षेत्रफल 150 वर्ग गज यू.एस. एस्टेट ढकोली, जीरकपुर में खरीदा हुआ है।
संदिग्ध द्वारा अपनी पत्नी संगीता वर्मा के नाम पर गाँव खुडाल कलाँ में 19 कनाल 16 मरले ज़मीन खऱीदी हुई है। संदिग्ध की पत्नी संगीता वर्मा द्वारा शोरूम नंबर 25, ग्राउंड फ्लोर, सुषमा इंपीरियल, जीरकपुर में 51 लाख रुपए देकर बुक करवाया हुआ है। इसके लड?े विकास वर्मा द्वारा 49 लाख रुपए देकर शोरूम नंबर 26, ग्राउंड फ्लोर, सुषमा इंपीरियल, जीरकपुर में 51 लाख रुपए देकर बुक करवाया हुआ है। संदिग्ध द्वारा अपने लड?े विकास वर्मा के नाम पर एक कमर्शियल प्लॉट नंबर 16, क्षेत्रफल 142.50 वर्ग गज यू.एस. अस्टेट ढकोली में खरीदा हुआ है। संदिग्ध द्वारा अपने लड?े विकास वर्मा के नाम पर एक कमर्शियल प्लॉट नंबर 17, क्षेत्रफल 142.50 वर्ग गज यू.एस. एस्टेट ढकोली में खरीदा हुआ है। संदिग्ध के लड?े विकास वर्मा द्वारा बालाजी इंफ्रा बिल्डटैक फर्म में 56 लाख रुपए की इनवैस्टमैंट की हुई है। बालाजी डेवल्पर खरड़ में संदिग्ध के लड?े विकास वर्मा द्वारा 76 लाख रुपए इनवेस्ट किये गए हैं। जीरकपुर की कुछ सोसायटियों में कई सड?ों के निर्माण में भी अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर घालमेल किये जाने की सूचना है।